राजस्थान छात्रसंघ चुनाव2022 :- कोविड में छात्रसंघ चुनावों पर लगीं हुईं पाबंदियों के बाद अब इस वर्ष छात्रसंघ चुनाव हवें। जिनके परिणाम कोंग्रेस के लिए अच्छे नही रहे है। राजस्थान की सभी यूनिवर्सिटियो मे से एक में भी कोंग्रेस का छात्र संगठन एक भी यूनिवर्सिटी में अपनी जीत भी दर्ज करा पाया। बीजेपी के छात्रसंगठन ABVP ने अपनी लाज बचाई लेकिन कुल मिलाकर राजस्थान छात्रसंघ चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवारों का बोलबाला रहा।

राजस्थान (Rajasthan) के 15 में से 14 सरकारी विश्वविद्यालयों और 450 से ज्यादा कालेजों में छात्रसंघ चुनाव का परिणाम शनिवार को घोषित हुआ। एक विवि का चुनाव परिणाम रविवार को घोषित किया जाएगा। शुक्रवार को मतदान हुआ था। चुनाव में प्रदेश में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के अग्रिम संगठन भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) को जबरदस्त झटका लगा है। एनएसयूआइ एक भी विवि में अपना छात्रसंघ अध्यक्ष नहीं बना सकी है। बीजेपी से संबंद्ध अखिल भारतीय विधार्थी (एबीवीपी) के अध्यक्ष पद पर छह प्रत्याशी निर्वाचित घोषित किए गए हैं।
एबीवीपी के छह विवि में अध्यक्ष बने हैं। इनमें अजमेर के महर्षि दयानंद सरस्वती विवि में महिपाल गोदारा, उदयपुर स्थित सुखाड़िया विवि में कुलदीप सिंह, बीकानेर में लोकेंद्र प्रताप सिंह, भरतपुर स्थित बृज विवि में हितेश फौजदार, बांसवाड़ा विवि में सुनील सुरावत, हरिदेव जोशी विवि में सोमू आनंद व जोबनेर कृषि विवि में रंजन अध्यक्ष पर निर्वाचित घोषित किए गए हैं। इसी तरह महाराणा प्रताप कृषि विवि में निर्दलीय सत्येंद्र यादव, कोटा विवि में निर्दलीय अजय मीणा, एबीएस विवि में निर्दलीय चंद्रांशु, संस्कृत विवि में पंकज कुमावत व राजश्री कालेज सुभाष गुर्जर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में निर्वाचित हुए हैं। शेखावाटी विवि में एसएफआइ के बिजेंद्र कुमार व जोधपुर विवि में चंद्रांशु चुनाव जीते हैं। वेटनरी विवि में जयंत बिश्नोई छात्र मोर्चा के बैनर तले चुनाव जीते हैं।